बजरंग बाण पाठ | Bajrang Baan PDF in Hindi free download

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बजरंग बाण पाठ | Bajrang Baan in Hindi

सम्पूर्ण बजरंग बाण | Bajrang Baan Hindi pdf Summery

बजरंगबाण पीडीएफ संग्रह में, एक आराधना जो भगवान हनुमान को समर्पित है, दी गई है। इस पाठ के माध्यम से भगवान हनुमान की आराधना करने वाले भक्त उनसे आशीर्वाद लेते हैं।

यह आराधना पद्धति अत्यंत सरल है और किसी भी व्यक्ति द्वारा अनुसरण की जा सकती है। इस पाठ में भगवान हनुमान के गुणों का वर्णन किया गया है और भक्तों को उनसे अधिक से अधिक लाभ प्राप्त करने के उपाय बताए गए हैं।

इस पाठ का उच्चारण करने से भक्त को मानसिक शांति, समृद्धि, सुख और सफलता मिलती है। भगवान हनुमान की कृपा से भक्त को सभी प्रकार की बाधाओं से मुक्ति प्राप्त होती है।

बजरंग बाण हिंदू धर्म का एक प्रसिद्ध धार्मिक पाठ है। यह हनुमान जी के नाम के आधार पर है जो हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण देवता हैं। यह पाठ बजरंगबली की कृपा के लिए किया जाता है।

बजरंग बाण का पाठ करने से हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है और इससे भक्त के सभी कष्ट दूर होते हैं। इस पाठ में बताया गया है कि हनुमान जी के द्वारा कुछ भी असंभव नहीं है।

बजरंग बाण को सबसे अधिक शुभ मुहूर्त में पाठ करना चाहिए। यह पाठ शुभ और मंगलकारी होता है और भक्त को सफलता के दरवाजे खोलता है।

इस पाठ को प्रतिदिन पाठ करने से मन की शांति बनी रहती है और सभी संकटों से बचाव होता है। बजरंग बाण का पाठ करने से जीवन में सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है।

बजरंग बाण के अनुसार, हनुमान जी के द्वारा बचाव की जा सकती हैं। इस पाठ के द्वारा हम भगवान हनुमान की कृपा को प्राप्त करते हैं जो हमारे जीवन में सुख और समृद्धि लाते हैं।

बजरंग बाण का पाठ करने से न केवल शारीरिक समस्याओं का समाधान होता है, बल्कि मानसिक तनाव से राहत मिलती है। इस पाठ को करने से हमें निरंतर सकारात्मक सोचने की प्रेरणा मिलती है जो हमें जीवन में सफलता की ओर ले जाती है।

यह पाठ बहुत सरल होता है और यदि हम इसे नियमित रूप से करते हैं तो हमें जीवन में अनेक सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है। इस पाठ को समझने और सीखने के लिए हम धर्म ग्रंथों की मदद ले सकते हैं जो हमें इस पाठ के विषय में अधिक जानकारी प्रदान करते हैं।

इस पाठ को पढ़ने या सुनने के लिए अलग-अलग फॉर्मेट उपलब्ध होते हैं, जैसे पीडीएफ या ऑडियो फॉर्मेट। इसे हम संगीत या बीट द्वारा भी पढ़ सकते हैं जो इस पाठ को सुनने को और भी आसान बनाता है.

दोहा

निश्चय प्रेम प्रतीति ते, बिनय करैं सनमान।
तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान॥

बजरंग बाण चौपाई

जय हनुमंत संत हितकार, सुन लीजै प्रभु अरज हमारी
जन के काज बिलंब न कीजै, आतुर दौरि महा सुख दीजै
जैसे कूदि सिंधु महिपारा, सुरसा बदन पैठि बिस्तारा

आगे जाय लंकिनी रोका, मारेहु लात गई सुरलोका
जाय बिभीषन को सुख दीन्हा, सीता निरखि परमपद लीन्हा
बाग उजारि सिंधु महँ बोरा, अति आतुर जमकातर तोरा
अक्षय कुमार मारि संहारा, लूम लपेटि लंक को जारा

लाह समान लंक जरि गई, जय-जय धुनि सुरपुर नभ भई
अब बिलंब केहि कारन स्वामी, कृपा करहु उर अंतरयामी
जय-जय लखन प्रान के दाता, आतुर ह्वै दुख करहु निपाता
जय हनुमान जयति बल-सागर, सुर-समूह-समरथ भट-नागर

ॐ हनु-हनु-हनु हनुमंत हठीले, बैरिहि मारु बज्र की कीले
ॐ ह्नीं ह्नीं ह्नीं हनुमंत कपीसा, ॐ हुं हुं हुं हनु अरि उर सीसा
जय अंजनि कुमार बलवंता, शंकरसुवन बीर हनुमंता
बदन कराल काल-कुल-घालक, राम सहाय सदा प्रतिपालक

भूत, प्रेत, पिसाच निसाच, र अगिन बेताल काल मारी मर
इन्हें मारु, तोहि सपथ राम की, राखु नाथ मरजाद नाम की
सत्य होहु हरि सपथ पाइ कै, राम दूत धरु मारु धाइ कै
जय-जय-जय हनुमंत अगाधा, दुख पावत जन केहि अपराधा

पूजा जप तप नेम अचारा, नहिं जानत कछु दास तुम्हारा
बन उपबन मग गिरि गृह माहीं, तुम्हरे बल हौं डरपत नाहीं
जनकसुता हरि दास कहावौ, ताकी सपथ बिलंब न लावौ
जै जै जै धुनि होत अकासा, सुमिरत होय दुसह दुख नासा

चरन पकरि, कर जोरि मनावौं, यहि औसर अब केहि गोहरावौं
उठु, उठु, चलु, तोहि राम दुहाई, पायँ परौं, कर जोरि मनाई
ॐ चं चं चं चं चपल चलंता, ॐ हनु हनु हनु हनु हनुमंता

ॐ हं हं हाँक देत कपि चंचल, ॐ सं सं सहमि पराने खल-दल
अपने जन को तुरत उबारौ, सुमिरत होय आनंद हमारौ
यह बजरंग-बाण जेहि मारै, ताहि कहौ फिरि कवन उबारै
पाठ करै बजरंग-बाण की, हनुमत रक्षा करै प्रान की

यह बजरंग बाण जो जापैं, तासों भूत-प्रेत सब कापैं
धूप देय जो जपै हमेसा, ताके तन नहिं रहै कलेसा
ताके तन नहिं रहै कलेसा

उर प्रतीति दृढ़, सरन ह्वै, पाठ करै धरि ध्यान
बाधा सब हर, करैं सब काम सफल हनुमान

दोहा

उर प्रतीति दृढ़, सरन ह्वै, पाठ करै धरि ध्यान।
बाधा सब हर, करैं सब काम सफल हनुमान॥

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बजरंग बाण पाठ विधि | Bajrang Baan Path Vidhi in Hindi

  • बजरंग बाण पाठ हमेशा मंगलवार से ही आरंभ करना चाहिए।
  • पाठ करने के लिए मंगलवार के दिन सूर्योदय से पूर्व स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
  • जिस स्थान पर भी आप पूजा करना चाहते हैं उस स्थान को अच्छे से साफ करें और भगवान हनुमान जी की मूर्ति स्थापित करें।
  • जैसा कि हम सभी जानते हैं भगवान गणेश सभी देवों में प्रथम पूजनीय हैं।
  • इसलिए सर्वप्रथम गणेश जी की आराधना करें और फिर बजरंग बाण का पाठ आरंभ करें।इसके बाद भगवान राम और माता सीता का ध्यान करें और हमुमान जी को प्रणाम करके बजरंग बाण के पाठ का संकल्प लें।
  • हनुमान जी को फूल अर्पित करें और उनके समक्ष धूप, दीप जलाएं।कुश से बना आसन बिछाएं और उसपर बैठकर बजरंग बाण का पाठ आरंभ करें।
  • बजरंग बाण पाठ पूर्ण होने के बाद भगवान श्री राम का स्मरण और कीर्तन करें।हनुमान जी को प्रसाद के रूप में चूरमा, लड्डू और अन्य मौसमी फल आदि अर्पित करें।

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